अनमोल 45 भजनों का सत्संग
जिस प्रकार हनुमान जी माहाराज ने तुलसीदास जी पर कृपा करी और उन्होने रघुकुल भूषण श्री रामचनद्र जी माहाराज की अत्यंत कृपा से श्री रामचरित मानस की रचना की, उसी प्रकार हनुमान जी माहाराज ने स्वामी रामकृष्ण परम्हंस के अवतार गुरुवर श्री लक्ष्मीनारायण जी माहाराज पर कृपा करी व सरस्वती माँ की कृपा से उन्होंने 45 अनमोल भजनों की रचना करी। तो आइए इस ब्लाग के माध्यम से इन 45 भजनों का सत्संग रूपी रसास्वादन लें।
शुद्ध ह्रदयों पर ईश्वर या प्रकृति अनुकम्पा तो करती है. लाभ उठाना कर्ता की सामर्थ्य पर है........
ReplyDeleteआपका कथन सत्य है। हमारा नया post पढने की कृपा कीजिए ।
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